पेट्रोल की महिमा

"कविता"   पेट्रोल की महिमा

पेट्रोल की महिमा है अपरम्पार…
सत्ता पक्ष को भाता है पेट्रोल
विपक्ष का मुद्दा है पेट्रोल I
डॉलर से है इसका याराना,
बियर से है दोस्ताना पुराना I
टमाटर, प्याज को है इससे प्यार,
दोनों कुछ समय बिताते हैं साथ I
अपने पर आ जाएँ ये दोनों अगर,
तो सरकार गिरती है अपने आप I
सब्जियां रहती हैं इसके आस-पास,
दूध भी है इससे मिलने को बेकरार I
ब्रेड-बटर भी इसके साथ आने को तैयार,
और भी हैं इससे मिलने को तैयार I
किसी को रुलाता है पेट्रोल,
किसी को हंसाता है पेट्रोल I
गरीब इससे परेशान है,
अमीर इससे गतिमान है I
मुहावरों में भी आता है पेट्रोल,
जुमलों में भी जाता है पेट्रोल I
पेट्रोल है नीचे आने को तैयार,
सरकार है ऊपर भेजने को आमादा I
क्योंकि सरकार का प्यारा है पेट्रोल,
सरकार का सबसे दुलारा है पेट्रोल I
इसके बिना अब गाड़ी चलती नहीं,
पेट्रोल की महिमा है अपरम्पार..!

#  Subhash Verma

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