लोकतंत्र के बाजार में राजनीतिक उत्पाद
लोकतंत्र के बाजार में राजनीतिक उत्पाद (Political Product in Democracy Market) यह लेख उन सभी सत्ताधारी एवं सत्ताविहीन राजनीतिक व्यक्ति, सत्ताधारी एवं सत्ताविहीन राजनीतिक दल, देश के सभी मतदाता और भविष्य में इन क्षेत्रों में जो आने वाले हैं को समर्पित है जिस प्रकार कम्पनियां अपने सेल्स मैन या सेल्स टीम के साथ अपने उत्पाद को देश के बाजार में बेचने का काम करती हैं उसी प्रकार कंपनी रूपी राजनीतिक दल अपने सेल्स मैन या सेल्स टीम रूपी नेताओं को अपने राजनीतिक उत्पाद (Political Product) को लोकतंत्र के बाजार में (Democracy Market or Market of Democracy) बेचने का काम करती हैं l सभी नेता या राजनीतिक दल अपनी सुविधा और ज़रूरत के हिसाब से समय-समय पर राजनीतिक उत्पादों को बेचने का काम करते रहते हैं l आजकल राजनीतिक उत्पाद के रूप में जो उत्पाद प्रचलन में हैं उनके नाम कुछ इस प्रकार हैं : विकास, अपराध, कानून-व्यवस्था, सुरक्षा, शिक्षा, किसान, भुखमरी, रोज़गार, चुनावी वादे, सब्सिडी, क़र्ज़ माफ़ी, चुनावी जुमले, आरक्षण, सरकारी आंकड़ेबाजी, सड़क, बिजली, पानी, दलित, महिला, भ्रष्टाचार, कालाधन, नक्सलवाद, आतंकवाद, दंगे