सूर्य से सफलता
भारतीय ज्योतिष
के अनुसार सूर्य किसी के भी जीवन में सफलता के जबरजस्त करक ग्रह हैं। ज्योतिष में सभी नौ ग्रहों
(सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु, केतू) में इनको राजा के रूप में माना एवं जाना जाता है। सूर्य मेष राशि में उच्च का और तुला राशि में नीच का ग्रह माना जाता है।
कुल 6 वर्षों की इनकी ज्योतिषीय दशा होती है और प्रति वर्ष हर एक राशि में ये 30 दिन भ्रमण (गोचर) करते हैं या रहते हैं। गोचर के समय कुंडली के तीसरे, छठें, दसवें और ग्यारहवें घर या भाव में ये शुभ फल देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस प्रकार प्रति वर्ष 365 दिनों में यह 120 दिन आपको शुभ फल दे सकते हैं।
यहाँ विशेष बात यह है कि जन्मकालीन कुंडली में यदि सूर्य की स्थिति अच्छी है तो यह शुभ फल देंगें और यदि ख़राब है तो इन 120 दिनों में इनकी अशुभता में कमी आएगी।
आपकी जन्म कुंडली (लग्न कुंडली या चंद्र कुंडली) के हिसाब से आपके इन 120 दिनों का विवरण इस प्रकार है :-
लग्न या चंद्र राशि
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दिनों का विवरण-I
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दिनों का विवरण-II
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दिनों का विवरण-III
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यदि मेष है तो
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15jan-14mar
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15jun-14jul
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15sep-14oct
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यदि वृष है तो
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15feb-14apr
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15jul-14aug
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15oct-14nov
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यदि मिथुन
है तो
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15mar-14may
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15aug-14sep
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15nov-14dec
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यदि कर्क है तो
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15apr-14jun
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15sep-14oct
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15dec-14jan
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यदि सिंह है तो
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15jan-14feb
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15may-14jul
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15oct-14nov
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यदि कन्या
है तो
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15feb-14mar
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15jun-14aug
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15nov-14dec
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यदि तुला है तो
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15mar-14apr
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15jul-14sep
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15dec-14jan
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यदि वृश्चिक है तो
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15jan-14feb
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15apr-14may
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15aug-14oct
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यदि धनु है तो
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15feb-14mar
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15may-14jun
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15sep-14nov
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यदि मकर है तो
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15mar-14apr
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15jun-14july
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15oct-14dec
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यदि कुम्भ
है तो
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15apr-14may
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15jul-14aug
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15nov-14jan
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यदि मीन है तो
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15may-14jun
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15aug-14sep
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15dec-14feb
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सभी जातकों से मेरा अनुरोध है कि जीवन में सूर्य की शुभता में वृद्धि एवं अशुभता में कमी के लिए आप किसी ज्ञानी और अनुभवी ज्योतिषी से अवश्य संपर्क करें और अपने कर्म, वास्तु एवं मुहूर्त के माध्यम से अपने जीवन में प्रतिकूलता में कमी और अनुकूलता में वृद्धि की संभावनाओं को बढ़ाएं।
आज समाज में
आत्मविश्वास बढ़े और अन्धविश्वास भागे इसी के सन्दर्भ में मैनें यह लेख अपने
प्राप्त ज्योतिष ज्ञान, ज्योतिष शिक्षा, ज्योतिषीय अनुभव, सामाजिक अनुभव, एवं
व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर लिखा है I
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